भारत के 76 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर शुभकामना आदान-प्रदान कार्यक्रम

मनोज कुमार त्रिपाठी

भैरहवा नेपाल! शुभकामना आदान-प्रदान कार्यक्रम में वक्ताओं ने भारत के 76 वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर नेपाल और भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों के बीच बढ़ते आपसी सहयोग और भाईचारे का उल्लेख किया।

उन्होंने कहा कि भले ही ये दो देश अलग-अलग हैं, लेकिन सांस्कृतिक और पारंपरिक संबंधों ने इन दोनों देशों को मजबूती से जोड़ा है।

 

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संघ के सलाहकार तारानाथ त्रिपाठी ने कहा कि नेपाल, भारत से बहुत कुछ सीख सकता है और यह एक दुर्लभ अवसर है। उन्होंने कहा कि भारत में आयोजित कुंभ मेले में भाग लेने वाले श्रद्धालु यदि नेपाल के धार्मिक पर्यटन स्थलों की यात्रा करते हैं, तो यह नेपाल के पर्यटन उद्योग को काफी लाभ पहुंचाएगा।

नेकपा (एमाले) के रोहिणी गांव पालिका इंचार्ज संजय कुमार गुप्ता ने दोनों देशों के बीच विशेष संबंधों की प्रशंसा की और भारतीय गणतंत्र दिवस के महत्व को रेखांकित किया।

रूपंदेही चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष दर्पण श्रेष्ठ ने कहा कि दोनों देशों के बीच खुली सीमा के कारण नेपाली बाजार पर दबाव बढ़ रहा है। उन्होंने नेपाल-भारत मैत्री संघ से इस दिशा में सकारात्मक पहल करने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की बड़ी अर्थव्यवस्था से नेपाल को बहुत कुछ सीखने की जरूरत है।

नेपाल-भारत मैत्री संघ के उपाध्यक्ष वासुदेव रिमाल ने कहा कि यह संघ राजनीतिक नहीं, बल्कि सेवा-आधारित संस्था है। उन्होंने बताया कि प्राचीन काल से नेपाल और भारत के बीच जो संबंध रहे हैं, उन्हें और प्रगाढ़ बनाने के उद्देश्य से इस संस्था की स्थापना की गई थी।

उन्होंने कहा कि यह केवल ‘रोटी-बेटी’ का संबंध नहीं है, बल्कि रोजगार के मामले में भी दोनों देशों के बीच सहयोग है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि नेपाल में भारतीय नागरिकों का निवेश नेपाल की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। उन्होंने कहा कि संघ दोनों देशों के नागरिकों के बीच समस्याओं को सुलझाने के लिए सहयोग और समन्वय कर रहा है।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, रोहिणी गांव पालिका के अध्यक्ष विद्या प्रसाद यादव ने कहा कि भारतीय पर्यटकों को नेपाल की ओर आकर्षित करने के लिए नई सोच की जरूरत है। उन्होंने कहा कि नेपाल के विकास में भारतीय पर्यटकों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसके लिए संघ को पहल करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सीमा पर रहने वाले नेपाली नागरिकों को कभी-कभी दोहरे व्यवहार का सामना करना पड़ता है, जबकि ये नागरिक ही वास्तविक सीमा रक्षक हैं।

 

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अन्य वक्ताओं में भारत-नेपाल मैत्री संघ के उपाध्यक्ष अकाबाल खां, विश्वनाथन संघ के उपाध्यक्ष किशोर जोशी, नेपाल रेडक्रॉस सोसाइटी ढकधई शाखा के अध्यक्ष अनिल कौशल, होटल और रेस्टोरेंट संघ के उपाध्यक्ष राम प्रसाद पोखरेल, जायसवाल सेवा समाज के अध्यक्ष जायसवाल, परसा मावि स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नागेन्द्र धवल, नेपाल-भारत मैत्री संघ बेलहिया शाखा के उपाध्यक्ष जया उपाध्याय और धकधई शाखा के अध्यक्ष वेचन प्रसाद गुप्ता शामिल थे।

कार्यक्रम का संचालन संघ के संस्थापक नलिन शर्मा ने किया, और स्वागत भाषण धकधई उपशाखा के उपाध्यक्ष दूधनाथ कंवर ने दिया।

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