नेपाली विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा ने चीन को दिया बड़ा झटका, भारत को लेकर छलका ‘दर्द’

सार

पीएम केपी शर्मा ओली के राज में नेपाल और चीन के बीच बढ़ती दोस्‍ती के बीच नेपाल की व‍िदेश मंत्री आरजू राणा ने भारत के साथ रिश्‍ते की जमकर तारीफ की है। नेपाली व‍िदेश मंत्री ने यह भी साफ कर दिया कि नेपाल चीन से बीआरआई के तहत कोई लोन नहीं लेने जा रहा है।

उमेश चन्द्र त्रिपाठी 

काठमांडू नेपाल! नेपाल की विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा ने चीन को बड़ा झटका दिया है। देउबा ने कहा कि नेपाल चीन के कर्ज का जाल बन चुके बेल्‍ट एंड रोड प्राजेक्‍ट के तहत कोई लोन नहीं ले रहा है। इससे पहले चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग ने नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली की बीजिंग यात्रा के दौरान उन पर दबाव डाला था कि बीआरआई के तहत लोन लेकर व‍िभिन्‍न प्राजेक्‍ट को मंजूरी दे।

नेपाली विदेश मंत्री ने भारत के साथ रिश्‍तों की जमकर तारीफ की है लेकिन साथ ही नई दिल्‍ली के रुख को लेकर उनका दर्द भी छलका है। देउबा ने कहा कि भारत के साथ हाइड्रोपावर प्रोजेक्‍ट पर विशेष फोकस किया जा रहा है। हालांकि उन्‍होंने कहा कि ओली सरकार के सत्‍ता में आए 6 महीने से ज्‍यादा वक्‍त हो गया है लेकिन अभी भारत ने उन्‍हें नई दिल्‍ली आने का न्‍योता तक नहीं दिया है।

केपी ओली को चीन गए हुए भी 3 महीने हो गए हैं लेकिन अभी तक भारत की ओर से उन्‍हें न्‍योता नहीं दिया गया है। नेपाली विदेश मंत्री ने ओमान के मस्‍कट शहर में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी बातचीत की है। मीडिया से बातचीत में नेपाली विदेश मंत्री ने भारत के साथ रिश्‍तों को लेकर कहा, ‘हम हमेशा से ही सार्थक बातचीत करने में सक्षम रहे हैं। हमने एक-दूसरे से बातचीत की है और विभिन्‍न मुद्दों का समाधान किया है और रिश्‍ते अच्‍छी दिशा में जा रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि अगर पीएम ओली को भारत बुलाया जाता है तो यह बहुत खुशी की बात होगी। व‍िश्‍लेषकों का कहना है क‍ि चीन समर्थक नीतियों और बेवजह भारत व‍िरोधी बयानबाजी की वजह से ओली को भारत नहीं बुला रहा है।

बीआरआई पर नेपाली व‍िदेश मंत्री ने दी सफाई

चीन के साथ बीआरआई समझौते पर विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा ने कहा, ‘बीआरआई केवल नेपाल और चीन के बीच व‍िकास कार्य को लेकर सहमति पत्र है। यह बताना चाहूंगी कि नेपाल इस बात को लेकर बहुत स्‍पष्‍ट है कि वह किसी भी देश या संस्‍थान से बहुत महंगा लोन लेने की स्थिति में नहीं है। चीनी सरकार इसको लेकर बहुत स्‍पष्‍ट है।

बता दें कि दिसंबर 2024 में ओली की यात्रा के दौरान चीन और नेपाल के बीच एक समझौते पर हस्‍ताक्षर हुआ था। भारतीय विदेश मंत्री के साथ मुलाकात पर उन्‍होंने कहा कि हमारी बहुत अच्‍छी बातचीत हुई है और व‍िभिन्‍न मुद्दों को लेकर चर्चा हुई।

नेपाल ने भारत के इन क्षेत्रों में घुसपैठ को बताया सही

भारत और नेपाल के बीच किसी विवादित मुद्दे को लेकर मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल पर देउबा ने कहा कि हमारा भारत के साथ हमेशा से ही अच्‍छा संबंध रहा है। हमने एक-दूसरे के बारे में एक गहरी समझ व‍िकसित की है। इसलिए मैं नहीं समझती हूं कि कोई परेशान करने वाली चीज है। बीआरआई को लेकर नेपाली विदेश मंत्री ने कहा कि बीआरआई को नेपाल और चीन के बीच एक रणनीतिक गठबंधन के रूप में नहीं लिया जाए। नेपाल एक गुटन‍िरपेक्ष देश है और दुनिया के किसी देश के साथ नेपाल रणनीतिक गठबंधन नहीं करता है।

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