देव भूमि की रक्षा करना हम सभी नेपालियों का कर्तव्य, नेपाल के लिए गणतांत्रिक व्यवस्था ठीक नहीं- अस्मिता भंडारी अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष विश्व हिन्दू महासंघ नेपाल

मनोज कुमार त्रिपाठी
काठमांडू नेपाल! विश्व हिंदू महासंघ की अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष अस्मिता भंडारी ने कहा कि नेपाल में गणतांत्रिक व्यवस्था ठीक नहीं है। नेपाल आस्था के केंद्र हैं। जहां भगवान पशुपतिनाथ,भगवान बुद्ध और माता जानकी की जन्मस्थली है। इसी लिए नेपाल को देव भूमि भी कहा गया है। नेपाल की राज संस्था दुनिया की एक मात्र सनातन राज संस्था के रूप में जाना जाता है। नेपाल को भ्रष्टाचार, कुशासन, अराजकता, अनियमितता से निकालने के लिए राज संस्था और हिन्दू राष्ट्र का होना बहुत जरूरी है। हम सभी नेपाली मिलकर राजशाही और हिन्दू राष्ट्र होने पर हम सभी नेपाली नागरिक मिलकर देश को चलाएंगे।

वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए अस्मिता भंडारी ने कहा कि एक होकर आगे बढ़ना सभी नेपालियों का परम कर्तव्य है। हम सभी देशभक्त, लोकतंत्र-प्रेमी राष्ट्रवादी भाई-बहनों को देश में बढ़ते धर्मांतरण को समाप्त करते हुए धार्मिक सहिष्णुता, सामाजिक सद्भाव, स्थायी शांति, समृद्धि और परिवर्तन के लिए एकजुट होने के लिए ईमानदारी से आमंत्रित करते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती अस्मिता भंडारी ने कहा है कि, भगवान पशुपतिनाथ व भगवान गुरु गोरखनाथ की अलौकिक शक्ति से भारत नेपाल सदा से पल्लवित-पुष्पित होता रहा है। माता जानकी की जन्मस्थली जनकपुर और भगवान बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी नेपाल में है जिसकी महत्ता दुनिया भर में है।
श्रीमती भंडारी ने कहा कि, गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जी महाराज का यह कथन कि सनातन धर्म ही राष्ट्र धर्म है, भारत के शीघ्र ही हिंदू राष्ट्र बनने का संकेत देता है।