पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र के डर से सत्ताधारी दल के कई नेता भूमिगत, विदेश भागने की तैयारी
जनसैलाब ने पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र को दिया ताकत, सकते में सरकार
राजशाही और हिन्दू राष्ट्र के पक्ष में आधी आबादी
आम जनता की भावना,आशा और अपेक्षा को देखते हुए सत्ताधारी नेतृत्व को बातचीत से इस समस्या का निदान करने की आवश्यकता, आंदोलन में गिरफ्तार नेताओं की विना शर्त रिहाई करे सरकार- प्रज्जवल बोहरा नेता राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी नेपाल

मनोज कुमार त्रिपाठी
भैरहवा नेपाल! नेपाल में राजशाही से घबराए सत्ताधारी दल के दर्जनों नेता जिसमें सांसद, विधायक और मंत्री शामिल हैं काठमांडू से भूमिगत हो गए हैं। सरकार को शांति पूर्वक मिल बैठकर इस मामले का हल निकालना चाहिए। यह कहना है राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के वरिष्ठ नेता सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री दीपक बोहरा के पुत्र द्वय प्रज्जवल बोहरा और कैप्टन गौरव बोहरा की जो शनिवार को भैरहवा में द इंडिया एक्सप्रेस न्यूज के संवाददाता मनोज कुमार त्रिपाठी द्वारा पूछे गए प्रश्नों का जबाब दे रहे।
एक सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि राष्ट्र इस समय गंभीर परिस्थितियों से जूझ रहा है। गणतंत्र फेल हो चुका है इसी लिए जनता सड़कों पर आ चुकी है। सत्ताधारी नेताओं से जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। नेपाल की आधी आबादी विशेषकर महिलाएं हिंदू राष्ट्र और राजशाही के पक्ष में उठ खड़ी हुई हैं। नेपाल में राजशाही और हिन्दू राष्ट्र का आना बहुत जरूरी है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि नेपाल को हिंदू राष्ट्र बनाना हर नेपाली का धर्म ही नहीं कर्तव्य भी है। सरकार की गलत नीतियों के कारण देश की आर्थिक स्थिति पूरी तरह से चरमरा गई है। उन्होंने कहा कि देश की बहुसंख्यक जनता रोजी-रोटी के लिए विदेशों में पलायन कर गई है। जिसमें युवाओं और युवतियों की संख्या अधिक है।
उन्होंने नेपाल सरकार से आग्रह किया है कि इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए एक टेबल पर बैठकर शांति पूर्वक हल निकाला जाना चाहिए। वहीं दूसरी तरफ उन्होंने कहा कि शुक्रवार के आंदोलन में कुछ घुसपैठिए और सत्ता समर्थित पुलिस के लोगों ने माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की है। उसकी जाच होनी चाहिए। उन्होंने सरकार से आग्रह किया है कि शुक्रवार के आंदोलन में जिन भी लोगों की गिरफ्तारी हुई है उन्हें विना शर्त रिहा कर देना चाहिए।