पत्रकार राधेश्याम विश्वकर्मा पर तस्कर समूह द्वारा हमले का मामला
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
लुंबिनी प्रेस क्लब के निवर्तमान कोषाध्यक्ष और अन्नपूर्णा मीडिया नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत पत्रकार राधेश्याम विश्वकर्मा पर नेपाल के एक तस्कर समूह द्वारा जानलेवा हमला करने का मामला प्रकाश में आया था। इस संबंध में एपी वन टेलीविजन रूपंदेही द्वारा मंगलवार को संबंधित पुलिस अधिकारियों के पास एक शिकायत दर्ज कराई गई थी, जहां 7-8 तस्करों के एक समूह, जिसमें खुद को दीपेश यादव बताने वाला एक व्यक्ति भी शामिल था, ने संचार उपकरण छीन लिए, वीडियो हटाने के लिए मजबूर किया, छेड़छाड़ की और दोषियों पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की।
मालूम हो कि पत्रकार विश्वकर्मा की घटना को लेकर लुंबिनी प्रेस क्लब, नेपाल जर्नलिस्ट फेडरेशन समेत कई संगठन पहले ही बयान जारी कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर चुके हैं
घटना के दो घंटे बाद डीएसपी सूरज कार्की, जो जिला पुलिस कार्यालय रूपंदेही के प्रवक्ता भी हैं, ने बताया कि पत्रकार विश्वकर्मा पर हमला करने वाले दीपेश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि पुलिस को चकमा देकर दीपेश यादव फरार हो गया था।
डीएसपी सूरज कार्की ने बताया कि आज दीपेश यादव को उस समय गिरफ्तार कर लिया गया जब वह भारत भागने के प्रयास में था।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि दीपक यादव को उसी दिन पकड़ लिया गया था लेकिन वह पुलिस के कब्जे से भाग गया। लुंबिनी प्रेस क्लब और फेडरेशन ऑफ नेपाली जर्नलिस्ट्स, रूपंदेही ने बुधवार को रूपंदेही के मुख्य जिला अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए तथ्यों की जांच करने और दोषियों को भागने में मदद करने वाली पुलिस के खिलाफ शख्त कार्रवाई की मांग की गई थी।