सिंदूर के सम्मान में, भारत है मैदान में
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
महाराजगंज ! जिले में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के सम्मान में एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत जनसैलाब उमड़ पड़ा। इस आयोजन का उद्देश्य भारतीय सेना के अद्वितीय पराक्रम और बलिदान को सम्मानित करना था।
इस भव्य यात्रा को केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने सदर ब्लॉक से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यात्रा में स्कूली बच्चों, एनसीसी कैडेट्स, युवाओं, समाजसेवियों और बड़ी संख्या में आम नागरिकों ने भाग लिया। सभी ने हाथों में तिरंगा लेकर “वंदे मातरम्” और “भारत माता की जय” के जय-घोषों से वातावरण को गूंजायमान कर दिया। लोगों के चेहरों पर देशभक्ति का उत्साह साफ झलक रहा था।
इस अवसर पर केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने देश की सेवा में जीवन समर्पित करने वाले रिटायर्ड फौजियों को शॉल देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि सैनिकों का योगदान देश के लिए सर्वोच्च है और हम सबका कर्तव्य है कि हम उनके त्याग को हमेशा याद रखें।
तिरंगा यात्रा में सदर विधायक जय मंगल कन्नौजिया, नौतनवां विधायक ऋषि त्रिपाठी, पनियरा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय पांडेय, पूर्व जिलाध्यक्ष अरूण शुक्ला, अजय श्रीवास्तव समेत जिले के प्रमुख जनप्रतिनिधि और हजारों की संख्या में आम नागरिक शामिल हुए। पूरा नगर देशभक्ति के रंग में रंगा नजर आया।
यह आयोजन न केवल भारतीय सेना के शौर्य को सम्मान देने का प्रतीक बना, बल्कि लोगों के भीतर राष्ट्रप्रेम की भावना को और सुदृढ़ करने वाला अवसर भी साबित हुआ। “ऑपरेशन सिंदूर” याद करते हुए यह यात्रा देश की एकता और अखंडता का सशक्त संदेश दे गया।
तिरंगा यात्रा की सफलता पर आदर्श नगर पालिका परिषद नौतनवां के पूर्व चेयरमैन मोहम्मद कलीम उर्फ गुड्डू खान ने कहा कि आज माननीय केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री श्री पंकज चौधरी जी के नेतृत्व में ” तिरंगा यात्रा ” का हिस्सा बनकर अतुल्य अनुभव प्राप्त किया। यह यात्रा “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता को समर्पित थी, जिसने भारतीय सैन्य बल की वीरता और दृढ़ संकल्प को एक बार फिर विश्व के सामने रेखांकित किया। हमारे बहादुर सैनिकों के अदम्य साहस और त्याग को नमन करते हुए इस यात्रा के माध्यम से उनका मनोबल बढ़ाना एक गर्व का पल था। तिरंगे की शान के साथ आगे बढ़ते हुए, भारत माता की जय ” के उद्घोष से पूरा वातावरण देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत हो उठा।