भीषण जाम के बाद सीएम योगी ने संभाला मोर्चा, अधिकारियों को दिए ये निर्देश

 

 

उमेश चन्द्र त्रिपाठी 

लखनऊ। सोमवार को महाकुंभ से लौटने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वहां की यातायात व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि महाकुंभ जाने वाले मार्गों पर यातायात थमने न दें। 

वाहनों को पार्किंग स्थलों पर ही लगवाएं। योगी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक कर अधिकारियों से कहा कि प्रयागराज में हर दिशा से लोगों का आगमन हो रहा है। कहीं भी सड़कों पर वाहनों की कतार नहीं लगनी चाहिए, जाम की स्थिति बिल्कुल न बने।

मुख्यमंत्री ने कहा कि माघ पूर्णिमा स्नान पर विशेष सावधानी बरती जाए। वसंत पंचमी की तरह ही व्यवस्थाओं को चाक चौबंद किया जाए। बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन लागू किया जाए।

मुख्यमंत्री की बैठक में शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही प्रयागराज, कौशांबी, कानपुर, सुलतानपुर, अमेठी, वाराणसी, अयोध्या, मीरजापुर, जौनपुर, चित्रकूट, बांदा, प्रतापगढ़, भदोही, रायबरेली, गोरखपुर, महोबा, लखनऊ आदि जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, मंडलायुक्त और जिला प्रशासन के अधिकारी जुड़े थे।

माघ पूर्णिमा को लेकर दिए निर्देश

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि माघ पूर्णिमा का अवसर आने वाला है। पिछले एक सप्ताह से प्रयागराज में हर दिशा से लोगों का आवागम न तेजी से बढ़ा है। सार्वजनिक परिवहन के अतिरिक्त बड़ी संख्या में लोग निजी वाहनों से पहुंच रहे हैं। स्नान पर्व पर इसमें और अधिक बढ़ोतरी संभव है।

उन्होंने कहा कि प्रयागराज की सीमा पर बने पार्किंग स्थलों को प्रभावी रूप से संचालित करते रहें। वहां पांच लाख से अधिक क्षमता की वाहन पार्किंग व्यवस्था है, इसका उपयोग करें। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों का सहयोग करें। नियम विरुद्ध एक भी वाहन मेला परिक्षेत्र में न जाने दें।

आवश्यकता के अनुसार शटल बसों का उपयोग करें। बसों की संख्या बढ़ाई जाए। लोगों को पार्किंग व्यवस्था के अनुपालन के लिए प्रेरित करें। श्रद्धालुओं के साथ सहयोगपूर्ण व्यवहार होना चाहिए। कहीं भी सड़क पर वाहनों को खड़ा नहीं होने दें। वाहनों का मूवमेंट लगातार बना रहना चाहिए।

एक-एक श्रद्धालु को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी

प्रयागराज से सीमा साझा करने वाले सभी जिलाधिकारी लगातार प्रयागराज प्रशासन से संपर्क में रहें और समन्वय के साथ काम करें। मेला क्षेत्र में भीड़ का दबाव न बने इसके लिए आवश्यकता के अनुसार बैरीकेडिंग की जाए। टोल के नाम पर जाम न लगने पाए। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति है। यह वे श्रद्धालु हैं जो स्नान करके अपने घर लौट रहे हैं। एक-एक श्रद्धालु को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाना, हमारी जिम्मेदारी है। इसके लिए रेलवे से संपर्क-समन्वय बनाकर ट्रेनों का लगातार संचालन सुनिश्चित कराया जाए। परिवहन निगम की अतिरिक्त बसें भी लगाई

स्वच्छता को लेकर भी दिए निर्देश

उन्होंने कहा कि स्वच्छता प्रयागराज महाकुंभ की पहचान है। इसे लगातार सुनिश्चित किया जाए। संगम स्नान के साथ ही श्रद्धालुगण गंगा में पुष्प-माला आदि अर्पित करते हैं। इसकी लगातार सफाई की जाए। गंगा और यमुना में पर्याप्त जल की उपलब्धता बनी रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए एडीएम और एसडीएम स्तर के 28 प्रशासनिक अधिकारियों सहित अनेक पुलिस अधिकारियों की तैनाती महाकुंभ क्षेत्र में की गई है। इन सभी की सेवाएं जरूरत के हिसाब से ली जाए।

पुलिस अधिकारियों को यातायात प्रबंधन में लगाया जाए। सभी मार्गों पर पुलिस पेट्रोलिंग जारी रखी जाए। क्रेन, एंबुलेंस की उपलब्धता रहे। रीवा मार्ग, अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, फतेहपुर-प्रयागराज, लखनऊ-प्रतापगढ़-प्रयागराज, वाराणसी-प्रयागराज जैसे सभी मार्गों पर कहीं भी यातायात अवरुद्ध नहीं होनी चाहिए। प्रयागराज से वापसी के सभी मार्गों को लगातार खुला रखा जाए।

अब तक 44 करोड़ 75 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया स्नान

उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में पूरी दुनिया से लोगों का आगमन हो रहा है। अब तक 44 करोड़ 75 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम स्नान का पुण्य लाभ प्राप्त किया है। यह दुनिया के इतिहास का सबसे बड़ा मानव समागम है। मेले की व्यवस्था के साथ ही प्रयागराज की दैनिक जीवनचर्या को सुचारु बनाये रखना भी सुनिश्चित किया जाए। आवश्यक वस्तुओं की कमी न हो। स्थानीय लोगों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 फरवरी को संत रविदास जयंती है। वाराणसी के सीर गोवर्धनपुर सहित प्रदेश में अनेक जनपदों में विविध आयोजन होंगे। वाराणसी कमिश्नरेट सहित सभी संबंधित जनपद इसके दृष्टिगत सतर्क रहें। महाकुंभ आने वाले लाखों श्रद्धालु वाराणसी और अयोध्या में भी दर्शन-पूजन के लिए पहुंच रहे हैं। चित्रकूट और मीरजापुर में भी बड़ी संख्या में लोगों का आगमन हो रहा है।

अगले दो दिनों में अधिक लोगों के आगमन की संभावना

अगले दो दिनों में और अधिक लोगों के आगमन की संभावना है। इसके दृष्टिगत तीनों नगरों में विशेष सतर्कता की आवश्यकता है। होल्डिंग एरिया बनाकर लोगों को रोकें और परिस्थितियों के अनुसार आगे बढ़ने दें। उन्होंने सख्ती से कहा कि भ्रामक सूचना अथवा गलत जानकारी को प्रसारित करने वाले अराजक तत्वों को चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई करें।

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