ओडिशा की भुवनेश्वर पुलिस ने मृत नेपाली छात्रा का शव पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजनों को सौंप दिया,शव को लेकर परिजन नेपाल के लिए रवाना

प्रकृति लम्साल की मौत पर समूचा नेपाल रो रहा है – पार्वती सापकोटा पोखरा नेपाल
सार
ओडिशा की कलिंगा यूनिवर्सिटी में एक 20 वर्षीय नेपाली छात्रा प्रकृति लम्साल की खुदकुशी के बाद मामला बड़े स्तर पर पहुंच चुका है। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने ओडिशा के शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई करने वाले छात्रों को नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जारी करने को लेकर सख्त चेतावनी दी है।
मनोज कुमार त्रिपाठी
काठमांडू भैरहवा नेपाल! ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित केआईआईटी विश्वविद्यालय में अध्ययनरत बीटेक तृतीय वर्ष की नेपाली छात्रा प्रकृति लम्साल का शव आज पुलिस ने उनके परिजनों को सौंप दिया। परिजन शव को लेकर नेपाल के लिए रवाना हो गए हैं। हालांकि यह कदम कटक के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी में नेपाली छात्रा प्रकृति लम्साल की दुखद मौत के बाद उठाया गया है। बीटेक थर्ड इयर की 20 वर्षीय छात्रा प्रकृति लम्साल ने रविवार को अपने हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी परिसर में भारी विरोध प्रदर्शन हुआ।
छात्रों को हॉस्टल से निकालने का आरोप
हालात तब और बिगड़ गए जब केआईआईटी प्रशासन ने कई नेपाली छात्रों को हॉस्टल से निकालकर बिना किसी यात्रा व्यवस्था के कटक रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस घटना पर चिंता जताते हुए सोशल मीडिया पर कहा कि सरकार इस मुद्दे को कूटनीतिक स्तर पर हल करने की कोशिश कर रही है।
नेपाल सरकार ने नई दिल्ली में मौजूद नेपाली दूतावास के अधिकारियों को प्रभावित छात्रों की मदद और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भेजा है।
केआईआईटी ने कबूल की गलती
नेपाल के शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि अगर मामले का उचित और कानूनी समाधान नहीं किया गया तो ओडिशा में पढ़ाई के लिए नो आब्जेक्सन सर्टिफिकेट जारी करने पर रोक लगाई जा सकती है। साथ ही छात्रों और अभिभावकों से सब्र करने की अपील की गई है।
केआईआईटी ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए नेपाली छात्रों के साथ हुए दुर्व्यवहार के लिए माफी मांगी है और उन्हें वापस हॉस्टल में रहने की अनुमति दी है।
नेपाल विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
नेपाल के विदेश मंत्रालय ने भी प्रकृति लम्साल की मौत पर गहरा दुख जाहिर किया और उनके परिवार के प्रति संवेदना जाहिर की। मंत्रालय ने पुष्टि करते हुए कहा कि नेपाली दूतावास ओडिशा सरकार और केआईआईटी प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में है। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और ओडिशा पुलिस मामले की जांच कर रही है।
नेपाल में हो रहा जमकर विरोध
नेपाल की संसद में भी इस मुद्दे को उठाया गया, जहां सांसदों ने सरकार से मामले की गहन जांच की मांग की। नेपाल की विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा ने बताया कि नेपाली दूतावास के दो सीनियर पुलिस अधिकारी केआईआईटी पहुंच चुके हैं और वहां के हालात का जायजा ले रहे हैं। काठमांडू में भी इस घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन हुए। नेपाली कांग्रेस और विपक्षी सीपीएन-माओवादी सेंटर के छात्र संगठनों ने केआईआईटी प्रशासन की जिम्मेदारी तय करने और निष्पक्ष जांच की मांग की है।
ओडिशा की कलिंगा यूनिवर्सिटी में 20 वर्षीय नेपाली छात्रा प्रकृति लम्साल की खुदकुशी के बाद मामले बड़े स्तर पर पहुंच चुका है। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने ओडिशा के शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई करने वाले छात्रों को नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जारी करने को लेकर सख्त चेतावनी दी है।
नेपाल सरकार ने ओडिशा के शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई करने वाले छात्रों को नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जारी करने को लेकर सख्त चेतावनी दी है। यह कदम कटक के कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी केआईआईटी में नेपाली छात्रा प्रकृति लम्साल की दुखद मौत के बाद उठाया गया है। बीटेक थर्ड इयर की 20 वर्षीय छात्रा प्रकृति लम्साल ने रविवार को अपने हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या कर ली। इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी परिसर में भारी विरोध प्रदर्शन हुआ।
भुवनेश्वर एम्स में हुआ पोस्टमार्टम
इस बीच ओडिशा पुलिस ने एम्स भुवनेश्वर में प्रकृति लम्साल का पोस्टमार्टम पूरा कर लिया और उनके पिता सुनील लम्साल को शव सौंप दिया। उनका परिवार अंतिम संस्कार के लिए उनके पार्थिव शरीर को लेकर नेपाल के लिए रवाना हो गया है।
प्रकृति लम्साल को लेकर इधर नेपाल में भारी शोक है। पोखरा निवासी पार्वती सापकोटा ने कहा है कि प्रकृति लम्साल की मौत पर पूरा नेपाल रो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा भारत से रोटी- बेटी का रिश्ता है। जिसे बनाए रखना चाहिए। प्रकृति लम्साल केवल नेपाल की ही नहीं भारत की भी बेटी है। किसी के साथ भी इस तरह का दुर्व्यवहार नहीं होना चाहिए। उन्होंने भारत और नेपाल की सरकार से हाथ जोड़ कर अनुरोध किया कि प्रकृति लम्साल के परिजनों को शीघ्र न्याय मिलना चाहिए। मैं अपनी तरफ से दुख व्यक्त करते हुए प्रकृति लम्साल को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं।
नेपाल-भारत मैत्री संघ रूपंदेही की तरफ से भी प्रकृति लम्साल की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई है।
सोनवल स्थित होटल महामाया क्राउन के चेयरपर्सन सुमन पुदा साइनी और ऋषि राम चापागाई ने प्रकृति लम्साल की मौत पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।