
भैरहवा भंसार (कस्टम) कर्मियों की मिली भगत से हो रही है बैट्री से संचालित स्कूटी की तस्करी
नेपाली राजस्व को अब तक लग चुका है करोड़ो रुपए का चूना
10 हजार रुपए रिश्वत लेकर प्रति स्कूटी पास करा रहे हैं भंसार कर्मी
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
नौतनवां महराजगंज! नेपाल के भैरहवा भंसार (कस्टम) से राजस्व की चोरी कर भारत से नेपाल बैट्री से संचालित स्कूटी की तस्करी का एक बड़ा सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। इस तस्करी से भैरहवा भंसार कार्यालय को अब तक करोड़ों रुपए राजस्व का चूना लग चुका है। सूत्रों का कहना है कि इस तस्करी के धंधे में भैरहवा भंसार कर्मियों की मिली भगत भगत है जो प्रत्येक स्कूटी से 10 हजार रुपए रिश्वत लेने के बाद स्कूटी को नेपाल पहुंचाने में तस्करों की मदद कर रहे हैं। बताया जाता है की भारत में बैट्री स्कूटी की कीमत 40 हजार रुपए है यही स्कूटी नेपाल में पहुंच कर भंसार शुल्क देने के बाद लगभग 1 लाख 20 हजार रुपए नेपाली हो जाती है। इसी भंसार शुल्क की बड़े पैमाने पर भंसार कर्मियों द्वारा चोरी की जा रही है। इतना ही नहीं भैरहवा भंसार से बड़े पैमाने पर कपड़े और अन्य सामानों को भंसार कर्मियों की मिली भगत से गायब करा दिया जाता है। बीते दिनों भंसार परिसर से लाखों रूपए मूल्य का कपड़ा ट्रक से गायब हो गया जिसमें भंसार कर्मियों की मिली भगत बताया गया था। इधर बैट्री से संचालित कुछ स्कूटी बरामद कर उस भंसार में सीज कर दिया गया है। सूत्रों का कहना है कि सोनौली, भगवानपुर और फरेंदी तिवारी के रास्तों से बैट्री संचालित स्कूटी की तस्करी बड़े पैमाने पर हो रही है।