उमेश चन्द्र त्रिपाठी
महराजगंज! जिलाधिकारी अनुनय झा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय समीक्षा समिति (डीएलआरसी) एवं जिला समन्वय समिति (डीसीसी) की बैठक आयोजित की गई। बैठक में बैंकों की ऋण वितरण प्रगति, प्राथमिक क्षेत्र ऋण, और विभिन्न सरकारी योजनाओं की स्थिति की समीक्षा की गई।
मिली खबर के मुताबिक बैठक में जिलाधिकारी ने सबसे पहले जनपद के ऋण-जमानुपात (सीडी रेशियो) की जानकारी ली। एलडीएम भूपेंद्र नाथ मिश्रा ने बताया कि मार्च 2024 में जिले का सीडी रेशियो 68.89% हो गया है, जो कि आरबीआई द्वारा निर्धारित न्यूनतम मानक 60% से अधिक है। इस पर जिलाधिकारी ने संतोष व्यक्त किया। हालांकि, इंडियन बैंक और पंजाब एंड सिंध बैंक की सीडी रेशियो में गिरावट पर नाराजगी जताते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। पंजाब नेशनल बैंक को भी सीडी रेशियो सुधारने के निर्देश दिए गए।
वार्षिक ऋण योजना के अंतर्गत जनपद ने लक्ष्य के सापेक्ष 105.83% उपलब्धि दर्ज की है, जिस पर जिलाधिकारी ने संतोष जताया। लेकिन पंजाब एंड सिंध बैंक और यूको बैंक की धीमी प्रगति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि मत्स्य और पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड के तहत अधिक से अधिक ऋण उपलब्ध कराया जाए। साथ ही, कृषि अवसंरचना कोष योजना के तहत लंबित आवेदनों का समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने को कहा।
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान, पीएम स्वनिधि, मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग योजना और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन जैसी योजनाओं में ऋण वितरण की गति बढ़ाने के निर्देश दिए गए। पीएम सूर्यघर योजना के आवेदनों के शीघ्र निस्तारण के लिए भी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
पंचायत भवनों में एटीएम लगाने की दिशा में कार्य में तेजी लाने को कहा गया। वहीं, आरसेटी द्वारा संचालित प्रशिक्षण कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने निदेशक को रोजगारपरक विधाएं जैसे मशरूम उत्पादन, बैंक मित्र, हाउस आया, प्लंबर आदि को प्रशिक्षण में शामिल करने के निर्देश दिए।
बैठक में एलडीओ आरबीआई जीतेंद्र मोरे, उपायुक्त उद्योग अभिषेक प्रियदर्शी सहित विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक व अधिकारी मौजूद रहे।