उमेश चन्द्र त्रिपाठी
लखनऊ! उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को और तेज करते हुए कहा है कि जो भी सरकारी कर्मचारी और अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया तो वह समझ ले कि उसके परिवार की वह आखिरी नौकरी होगी।
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के अंतर्गत देवीपाटन मंडल के उद्यमियों को ₹ 55 करोड़ के ऋण वितरण कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि अगर कहीं पर कोई बेईमानी करता है आप उसकी एक लिखित शिकायत केवल मुझे कर दीजिए। भ्रष्टाचार जो दीमक की तरह व्यवस्था को खोखला कर रहा है इस पर बड़े प्रहार की तैयारी के साथ सरकार कार्य करने जा रही है। हमने पहले ही कहा है कि अपराध और अपराधियों के प्रति भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के प्रति सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत काम करेगी।
सीएम ने कहा कि उसी जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत मैं आपका आह्वान करने के लिए आया हूं कि अगर कोई आपसे कहता है कि लोन दिलाने के नाम पर आप पैसा दीजिए हम पैसा दिलाएंगे। उस पर कतई विश्वास मत करिए। सरकार के पोर्टल पर जाइए अगर कोई आपसे अनावश्यक रूप से धनराशि की मांग करता है आप उसकी शिकायत करिए। हम उसकी जांच करवा करके जवाबदेही तय करवा देंगे। जो गलत तरीके से आपसे पैसे की डिमांड करेगा याद रखना मुझे लगता है कि उस व्यक्ति उस परिवार की आखिरी सर्विस होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फिर कभी कोई सरकारी सेवा में आने वाला नहीं है। फिर उसके बाद कभी उसको अवसर नहीं मिलने वाला। इतनी बड़ी कारवाई कर देंगे कि वह एक नजीर बन जाएगी। केवल दीमक को समाप्त करने की आवश्यकता है। पूरी सख्ती के साथ इससे लड़ने की आवश्यकता है और यह तभी हो सकता है जब समाज सरकार के साथ खड़े होकर इससे लड़ने के जज्बे के साथ तैयार हो सके।
सीएम ने कहा कि मैं सभी युवा उद्यमियों से कहना चाहूंगा या ओडीओपी के अंतर्गत या विश्वकर्मा श्रम सम्मान के अंतर्गत जो युवा या जो भी उद्यमी उत्तर प्रदेश में निवेश करना चाहता है उन सब से मैं कहना चाहूंगा धैर्य के साथ अपने निवेश को आगे बढ़ाएं सरकार का सिंगल विंडो सिस्टम उनकी मदद करेगा निवेश सारथी उनकी मदद करेगा।