दूतावास के दो अधिकारी कर सकते हैं केआईआईटी इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट का दौरा
ओडिशा में केआईआईटी कालेज में मृत छात्रा प्रकृति लम्साल के नेपाल स्थित आवास पर आज पहुंचे द इंडिया एक्सप्रेस न्यूज़ के रिपोर्टर मनोज त्रिपाठी,लिया मौके का जायजा
सार
ओडिशा में एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज की बीटेक तृतीय वर्ष की नेपाली छात्रा ने अपने छात्रावास में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। संस्थान में तनाव के बाद सोमवार को नेपाल के छात्रों के एक समूह को परिसर से बाहर निकाल दिया गया। छात्रा की पहचान नेपाल के रूपंदेही जिले में स्थित बुद्ध की जन्मस्थली भैरहवा कस्बे के वार्ड नंबर 08 बैंक कालोनी निवासी प्रकृति लम्साल के रूप में हुई है।

उमेश चन्द्र त्रिपाठी
भैरहवा नेपाल! पड़ोसी देश नेपाल की एक छात्रा के अपने छात्रावास में मृत पाए जाने के बाद दिल्ली स्थित नेपाल दूतावास के दो अधिकारी ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित एक निजी इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट का दौरा कर सकते हैं।
अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि मामले के बाद कॉलेज परिसर में तनाव फैल गया था। इसके बाद हिमालयी राष्ट्र के कुछ छात्रों को छात्रावास से निकाल दिया गया। इस समूह से भी अधिकारियों के मिलने की उम्मीद है।
क्या है मामला?
ओडिशा में एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज की बीटेक तृतीय वर्ष की नेपाली छात्रा प्रकृति लम्साल ने अपने छात्रावास में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। संस्थान में तनाव के बाद सोमवार को नेपाल के छात्रों के एक समूह को परिसर से बाहर निकाल दिया गया। छात्रा की पहचान नेपाल की प्रकृति लम्साल के रूप में हुई है जो भारतीय सीमा से सटे नेपाल के रूपंदेही जिले के सिद्धार्थ नगर पालिका वार्ड नंबर 08 भैरहवा कस्बे की रहने वाली है। ‘कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी’ (केआईआईटी) के रजिस्ट्रार ने मीडिया को बताया कि लम्साल संस्थान में बीटेक तृतीय वर्ष की छात्रा थी।
कुछ नेपाली छात्रों को छात्रावास से निकाल दिया
सूत्रों ने बताया कि परिसर में स्थिति बिगड़ने पर केआईआईटी अधिकारियों ने कुछ नेपाली छात्रों को छात्रावास से कथित तौर पर निकाल दिया और उनकी यात्रा की कोई व्यवस्था किए बिना उन्हें कटक रेलवे स्टेशन पर छोड़ दिया।
छात्रों का दावा- पैसे और खाना तक नहीं
कुछ छात्रों ने दावा किया, ‘हमारे पास भोजन, पानी या रेल टिकट खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं।’ कई छात्र आरक्षित टिकट नहीं मिल पाने के कारण पुरी-पटना एक्सप्रेस ट्रेन में सामान्य डिब्बे में चढ़ गए।
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को देनी पड़ी दखल
हालांकि, नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के दखल के बाद, परिसर से बाहर किए गए छात्रों को कुछ राहत मिली। ओली ने फेसबुक पर नेपाली भाषा में लिखा, ‘मीडिया और सोशल मीडिया के माध्यम से हमारे संज्ञान में आया है कि ओडिशा में केआईआईटी के एक छात्रावास में एक नेपाली छात्रा की मौत हो गई है और नेपाली छात्रों को जबरन बाहर निकाल दिया गया। सरकार इस मामले पर कूटनीतिक माध्यम से काम कर रही है और संबंधित अधिकारियों के संपर्क में है।

केआईआईटी अधिकारियों ने नेपाली छात्रों से परिसर में लौटने की अपील की
ओली के दखल के बाद केआईआईटी अधिकारियों ने नेपाली छात्रों से परिसर में लौटने की अपील की। केआईआईटी ने कहा, ‘हमारे सभी नेपाली छात्रों से अपील की जाती है कि वे वापस लौटें और कक्षाओं में शामिल हों। नेपाल की विदेश मंत्री आरजू राणा देउबा ने कहा कि घटना के संबंध में कूटनीतिक पहल की जा रही है।

आरोप-प्रत्यारोप का दौर
इससे पहले छात्रा के चचेरे भाई ने भुवनेश्वर में इन्फोसिटी थाने में शिकायत दर्ज कराई जिसमें उन्होंने कहा कि उनकी बहन ने रविवार को अपने छात्रावास के कमरे में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। उन्होंने दावा किया कि विश्वविद्यालय का एक छात्र उनकी बहन को ब्लैकमेल कर रहा था, जिसके कारण उनकी बहन ने आत्महत्या कर ली वहीं, केआईआईटी ने बयान में कहा, ‘बीटेक तृतीय वर्ष में पढ़ने वाली नेपाल की छात्रा ने रविवार को छात्रावास में आत्महत्या कर ली।
बताया जाता है कि छात्रा केआईआईटी में ही पढ़ने वाले एक अन्य छात्र से प्रेम करती थी? केआईआईटी ने कहा कि घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई।
पुलिस हिरासत में आरोपी
भुवनेश्वर के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) पिनाक मिश्रा ने कहा, ‘हमने इन्फोसिटी थाने में एक छात्र के खिलाफ छात्रा को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज किया है। आरोपी छात्र पुलिस हिरासत में है और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने छात्रा का मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य गैजेट जब्त कर लिए हैं। हम मामले की जांच कर रहे हैं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि केआईआईटी के आरोपी छात्र को रविवार को शहर से भागने की कोशिश करते समय बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पकड़ लिया गया था। द इंडिया एक्सप्रेस न्यूज़ के रिपोर्टर मनोज कुमार त्रिपाठी ने आज भैरहवा में प्रकृति लमसाल के परिजनों से ओडिशा में हुई घटना का जायजा लेने गए तो घर पर परिवार का कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था। वहां मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि प्रकृति लम्साल के परिजन उसका शव लेने के लिए ओडिशा के लिए रवाना हो गए हैं। भैरहवा स्थित उसका मकान पूरी तरह से सूना है इक्का-दुक्का लोग वहां दिखाई दे रहे हैं। कल बुधवार को उसका शव नेपाल पहुंचने की बात कही गई है।