उमेश चन्द्र त्रिपाठी
महराजगंज! नेपाल से भारत आ रही एक नेपाली महिला को सोनौली के आव्रजन विभाग के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है आव्रजन विभाग ने नेपाली महिला को गलत तरीके से भारतीय पासपोर्ट और पहचान पत्र रखने के आरोप में गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही के लिए सोनौली पुलिस को सौप दिया है। जिसके बाद, पुलिस मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही में जुट गई है।
बताया जाता है कि प्राप्त गिरफ्तार हुई नेपाली महिला हांगकांग में घरेलू नौकर के रूप में कार्य करती थी। लेकिन हाल ही में नेपाल से हांगकांग जाने पर रोक लगी है। जिसके कारण महिला ने बंगाल से पहचान छुपा कर भारतीय पासपोर्ट बनाया था।
जांच में हुआ खुलासा
वहीं इमीग्रेशन अधिकारी आकाश सिंह और शिफ्ट इंचार्ज उमेश कुमार ने मीडिया को बताया कि संदेह होने पर महिला से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने खुद को मूल रूप से नेपाल की निवासी बताया। इसके साथ ही उसके पास दोनों देशों का पासपोर्ट होने की बात भी उसने
स्वीकार की है। पुलिस जांच में महिला के पास से भारत और नेपाल दोनों देशों के पासपोर्ट भी बरामद हए हैं।
महिला कि हुई पहचान
भारतीय पासपोर्ट में महिला का नाम सलीना प्रधान निवासी न्यूलाइन, बिरपारा टी गार्डन, अलीपुरद्वार, वेस्ट बंगाल लिखा हुआ है। जबकि, भारत और नेपाली पासपोर्ट में महिला का नाम भावना गुरुंग निवासी बुटवल राष्ट्र नेपाल लिखा हुआ है।
महिला ने बताया कि वह हांगकांग में घरेलू कार्य करती है जबकि नेपाल सरकार की ओर से नेपाली नागरिक को हांगकांग में घरेलू कार्य के उद्देश्य से जाने की अनुमति ही नहीं है। वहीं महिला से सवाल जवाब में वो कोई भी संतोष जनक जवाब नहीं दे पाई। पोल खुलने के बाद महिला ने बताया कि उसने अपना नाम व पता बदलकर आधार कार्ड के जरिए भारत का फर्जी पासपोर्ट बनवाया था।
महिला के खिलाफ हुई कार्रवाई
इस संबंध में सोनौली कोतवाली के थानाध्यक्ष अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि हिरासत में ली गई नेपाली महिला के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी कर फर्जी अभिलेख व पासपोर्ट तैयार करने एवं उसका दुरुपयोग करने करने का आरोप है। इस कारण महिला पर सुसंगत धारा में मुकदमा अपराध संख्या 41/25 बीएनएस की धारा 318 (4) 319(2),338,336(3) 340(2) दर्ज कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।