सार
पटना में भ्रष्टाचार के खिलाफ सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एनएच आई के पटना क्षेत्रीय कार्यालय के महाप्रबंधक को 15 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है। 1.18 करोड़ कैश भी बरामद हुआ है।
उमेश चन्द्र त्रिपाठी
नई दिल्ली,पटना! राजधानी पटना में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 15 लाख रुपये की घूस लेते भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के महाप्रबंधक समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसमें एक निजी कंपनी के महाप्रबंधक समेत तीन अन्य लोग शामिल हैं। तलाशी के दौरान उनके पास से 1.18 करोड़ रुपये कैश बरामद किए गए हैं। सीबीआई ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में राम प्रीत पासवान, महाप्रबंधक (जीएम), एनएचएआई, क्षेत्रीय कार्यालय, पटना (रिश्वत प्राप्तकर्ता), बरुण कुमार, कर्मचारी, मेसर्स राम कृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, सुरेश महापात्रा, महाप्रबंधक (जीएम), मेसर्स राम कृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड लिमिटेड (रिश्वत देने वाला), चेतन कुमार, कर्मचारी, मेसर्स राम कृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और चेतन कुमार, कर्मचारी, मेसर्स राम कृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।
इसके अलावा 12 लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है। जिसमें वाईबी सिंह, मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) और क्षेत्रीय अधिकारी (आरओ), भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, क्षेत्रीय कार्यालय, पटना, कुमार सौरभ, उप महाप्रबंधक (डीजीएम), एनएचएआई, परियोजना कार्यान्वयन इकाई (पीआईयू), पूर्णिया, ललित कुमार, परियोजना निदेशक (पीडी), एनएचएआई, परियोजना कार्यान्वयन इकाई (पीआईयू), दरभंगा/मुजफ्फरपुर, अंशुल ठाकुर, साइट इंजीनियर, एनएचएआई, परियोजना कार्यान्वयन इकाई (पीआईयू), दरभंगा/मुजफ्फरपुर, हेमेन मेधी, एजीएम, लेखा, एनएचएआई, क्षेत्रीय कार्यालय, पटना, अमर नाथ झा, महाप्रबंधक (जीएम), मेसर्स राम कृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड सत्य नारायण सिंह उर्फ पप्पू सिंह, ठेकेदार, मुजफ्फरपुर, मेसर्स राम कृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और अज्ञात अन्य लोक सेवक और निजी व्यक्ति शामिल हैं।
बताया जा रहा है कि यूपी में हाईवे प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार के और राज खुलने की संभावना जताई जा रही है। वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर जैसे शहरों में चल रहे हाईवे प्रोजेक्ट में भी जांच की तलवार लटक गई है।