निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी कर अर्थव्यवस्था को मजबूत करना सरकार का पहला लक्ष्य – उर्जा मंत्री  

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मनोज कुमार त्रिपाठी 

 

भैरहवा नेपाल! जल संसाधन एवं सिंचाई मंत्री दीपक खड़का ने कहा है कि निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी के जरिए अर्थव्यवस्था को मजबूत करना सरकार का पहला लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि सरकार सुशासन बनाए रखने और समृद्धि हासिल करने की दिशा में काम कर रही है और यही लक्ष्य है।

शुक्रवार को भैरहवा में सिद्धार्थ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज रूपन्देही की 66 वीं वार्षिक आम बैठक एवं अधिवेशन का उद्घाटन करते हुए मंत्री खड़का ने कहा कि सरकार निजी क्षेत्र के साथ मिलकर काम करना चाहती है। दो बड़ी मजबूत पार्टियां जिन्हें मजबूत जन समर्थन प्राप्त है, संघर्ष के माध्यम से स्थापित हुई हैं। 

उन्होंने कहा, “उन पार्टियों को एक साथ आना चाहिए और अन्य पार्टियों को साथ लेकर सरकार बनानी चाहिए ताकि गणतंत्र का निर्माण हो सके, समृद्धि हासिल हो सके और देश की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके। अन्यथा, हम सभी जानते हैं कि पहली और दूसरी पार्टियां आम तौर पर एक साथ सरकार नहीं बनाती हैं।

मंत्री खड़का ने कहा कि दोनों दलों के नेताओं ने गंभीरता से विचार किया है और इस विचार के साथ आगे बढ़े हैं कि देश बिना किसी अस्थिरता और अशांति के साथ मिलकर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार के तीनों स्तरों को निजी क्षेत्र के समर्थन और सहयोग से आगे बढ़ना चाहिए। 

मंत्री खड़का ने कहा, “एक बिल भेजा गया है जिसमें कहा गया है कि न केवल अप्रयुक्त बिजली का बिल, बल्कि मुआवजा भी देना होगा। यह आश्चर्यजनक है कि विद्युत प्राधिकरण इसकी जांच करने के लिए सहमत नहीं है। मैंने जो सुना है उसके अनुसार यहां 22 उद्योग समस्याओं का सामना कर रहे हैं। लाइन कट गयी है। इसे बाद में जोड़ा जाता है। ठीक है, आप जो उपयोग करते हैं उसके लिए आपको ईमानदारी से भुगतान करना होगा। लेकिन, आपको कैसे पता चलेगा कि आपने कितना उपयोग किया है? उन्होंने दावा किया कि सरकार किसी भी अन्यायपूर्ण कार्य को नहीं होने देगी।

मंत्री खड़का ने कहा कि वर्तमान में भारत और बांग्लादेश को बेची जा रही बिजली ज्यादातर बरसात के मौसम में पैदा होती है। उन्होंने कहा कि सर्दियों के दौरान 1,000 मेगावाट से अधिक बिजली खरीदी गई। 

उन्होंने कहा कि सरकार ने 10 वर्षों में घरेलू स्तर पर 13,500 मेगावाट बिजली खपत का लक्ष्य रखा है। मंत्री खड़का ने कहा कि 10 साल के भीतर 28,000 मेगावाट बिजली पैदा करने का लक्ष्य है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आयात की जा रही चीजों को निर्यात में बदलकर देश को समृद्ध बनाने का लक्ष्य है।

इसी अवसर पर संविधान सभा के सदस्य और सिद्धार्थनगर नगर पालिका के मेयर इश्तियाक अहमद खान ने कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए योजना बनानी चाहिए कि वाहन केवल बिजली से चलें। उन्होंने उद्योग और व्यापार को गतिशील बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।

पूर्व गृह मंत्री और लुम्बिनी प्रांतीय विधानसभा के सदस्य संतोष कुमार पांडे ने लुम्बिनी को धार्मिक पर्यटन का केंद्र बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि उद्योगपति और व्यापारी संकट में हैं। 

नेपाली वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ के लुम्बिनी प्रांत के अध्यक्ष कृष्ण प्रसाद शर्मा ने कहा कि बाजार को गतिशील बनाने के लिए परिस्थितियां बनाने की जरूरत है। उन्होंने ट्रक लाइनों और समर्पित लाइनों से संबंधित समय के मुद्दे के समाधान की मांग की।

नेपाली वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ की उद्योग समिति के अध्यक्ष राजेश कुमार अग्रवाल ने कहा कि हाल के दिनों में उद्योगपतियों और व्यापारियों का मनोबल गिरा है। उन्होंने उद्योगपतियों और व्यापारियों के पलायन पर चिंता व्यक्त की।

सिद्धार्थ चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज रूपन्देही के अध्यक्ष ठाकुर कुमार श्रेष्ठ ने कहा कि तस्करी पर नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने शिकायत की कि अवैध तस्करी वैध व्यापार के लिए समस्या पैदा कर रही है।

एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नेत्र प्रसाद आचार्य ने संगठन को आगे बढ़ाने में मदद करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम का संचालन एसोसिएशन के महासचिव कृष्ण प्रसाद घिमिरे ने किया।

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