ठगी के 13 मामलों में ₹ 23 लाख से अधिक की राशि वापस, आमजन का भरोसा बढ़ा
पीड़ितों को ठगी गई रकम वापस मिली, एसपी के निर्देश पर साइबर टीम की त्वरित कार्रवाई
डिजिटल अरेस्ट, फर्जी लिंक जैसे हथकंडों से हो रही थी साइबर ठगी, पुलिस ने कसा शिकंजा
पीड़ितों की आंखों में छलके आंसू, भरोसा जताया पुलिस की संवेदनशीलता और तत्परता पर
साइबर थाना महाराजगंज ने तकनीक, टीम वर्क और तेजी से पेश की पूरे प्रदेश में मिसाल
साइबर अपराध के खिलाफ पुलिस की ‘डिजिटल जंग’ बनी जनता की सुरक्षा में नई ढाल
दिलीप त्रिपाठी
महाराजगंज!”जहां चाह होती है, वहां राह निकल ही आती है” यह पंक्ति जनपद महाराजगंज की साइबर क्राइम टीम पर सटीक बैठती है। टीम ने न केवल ठगे गए लोगों की मेहनत की कमाई वापस दिलाई, बल्कि यह भी सिद्ध किया कि उत्तर प्रदेश पुलिस आम जनमानस के विश्वास की भी प्रहरी है।
पुलिस अधीक्षक श्री सोमेन्द्र मीना के निर्देशन और अपर पुलिस अधीक्षक एवं साइबर क्राइम के नोडल अधिकारी श्री आतिश कुमार सिंह के पर्यवेक्षण में साइबर थाना महाराजगंज ने 13 मामलों में ₹23,19,656/- की धनराशि रिकवर कर पीड़ितों के खातों में वापस कराई।
डिजिटल युग में जहां तकनीक ने जीवन आसान बनाया है, वहीं साइबर अपराधी इसी तकनीक का दुरुपयोग कर रहे हैं। कभी “डिजिटल अरेस्ट” के नाम पर डराकर, तो कभी सोशल मीडिया के फर्जी लिंक के जरिए डेटा चुराकर लोगों को ठगा जा रहा है।
परंतु इन मामलों में पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि भले ही अपराध डिजिटल हो, यूपी पुलिस अब साइबर वॉरियर के रूप में तैयार है। 3 अप्रैल 2025 को जब पीड़ितों को उनकी राशि वापस मिली, तो कई की आंखों में राहत और आभार के आंसू थे।
सैरून निशा, रमेश यादव और उपेन्द्र कुमार चौबे जैसे पीड़ितों ने साइबर टीम का आभार जताते हुए कहा कि पुलिस ने जो किया वह किसी चमत्कार से कम नहीं है। इसे उन्होंने ईमानदारी और इंसानियत की असली तस्वीर कहा।
पुलिस अधीक्षक श्री मीना ने टीम की सराहना करते हुए कहा कि जनता की मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने इसे एक सामाजिक उत्तरदायित्व का उदाहरण बताया और कहा कि आगे भी ऐसे अभियानों के साथ जन-जागरूकता को बढ़ावा दिया जाएगा।
यह सफलता सिर्फ ठगी का शिकार हुए लोगों के लिए राहत नहीं, बल्कि पूरे जनपद के लिए यह विश्वास भी है कि पुलिस हर कदम पर उनके साथ खड़ी है। साइबर टीम के प्रयास ने यह दिखा दिया कि जब सोच मानवतावादी हो, तो वर्दी भी एक सहारा बन जाती है।
पीड़ितो का विवरण
1-सैरून निशा पत्नी जाहिद अली थाना चौक महारजगंज से कुल 10000.00 रूपया
2-इरफान अन्सारी पुत्र निजामुद्दीन थाना सिन्दुरिया महराजगंज से कुल 53327.00 रूपया
3- रमेश यादव पुत्र राम अवध यादव थाना बृजमनगंज जनपद महराजगंज से कुल 99998.00 रूपया
4- सचिन प्रसाद पुत्र विश्वनाथ थाना श्यामदेउरवा से कुल 1820.00 रूपया
5- वीरेन्द्र प्रसाद पुत्र स्वं सुखलाल प्रसाद थाना निचलौल से कुल 60000.00 रूपया
6- उपेन्द्र कुमार चौबे पुत्र गिरजा शंकर चौबे थाना सिन्दुरिया से कुल 1900000.00 रूपया
7- आशा पुत्री राम प्रवेश थाना कोतवाली से कुल 50000.00 रूपया
8- मीना देवी पत्नी सिखजी थाना कोतवाली 9011.00 रूपया
9- हरीराम पुत्र जंगली थाना पुरन्दरपुर से कुल 44000.00 रूपया
10- राम चन्द्र गुप्ता थाना कोतवाली से कुल 40000.00 रूपया
11- पवन मौर्या पुत्र सुग्रीव थाना पनियरा से कुल 15100.00 रूपया
12- हिमांशु गुप्ता पुत्र सुरेन्द्र गुप्ता थाना भिटौली से कुल 17000.00 रूपया
13- उदयभान सिंह पुत्र जंग बहादुर सिहं थाना फरेन्दा से कुल 19400.00 रूपया
बरामद करने वाली पुलिस टीम में प्रमुख रूप से प्रभारी निरीक्षक सजनू यादव साइबर क्राइम थाना जनपद महराजगंज,उ0नि0 अमित यादव साइबर क्राइम थाना जनपद महराजगंज,क0आ0 ग्रेड-ए प्रफुल्ल कुमार यादव साइबर क्राइम थाना जनपद महराजगंज,हे0 का0 आलोक पाण्डेय साइबर क्राइम थाना जनपद महराजगंज,हे0का0 सत्येन्द्र मल्ल साइबर क्राइम थाना जनपद महराजगंज
हे0का0 कृष्णा सिंह साइबर क्राइम थाना जनपद महराजगंज,हे0का0 विजय गौड़ साइबर क्राइम थाना जनपद महराजगंज, म0 हे0 का0 चन्द्र प्रभा वर्मा साइबर क्राइम थाना जनपद महराजगंज, का0 सन्तोष शर्मा साइबर क्राइम थाना जनपद महराजगंज,का0 पियूष नाथ तिवारी साइबर क्राइम थाना जनपद महराजगंज,का0 विशाल प्रजापति साइबर क्राइम थाना जनपद महराजगंज,म0का0 गुन्जन यादव साइबर क्राइम थाना जनपद महराजगंज शामिल रहे।