नाले का तटबंध किसी भी स्थिति में टूटने टूटने न पाए, विभाग को सख्त निर्देश
मनोज कुमार त्रिपाठी
महराजगंज! महराजगंज के नवागत जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने मंगलवार को महाव नाले का स्थलीय निरीक्षण करते हुए नाले की सफाई कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान वे लगभग 3 किमी तक जंगल क्षेत्र में पैदल चले और सफाई की स्थिति का जायजा लिया।

उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि बरसात से पूर्व हर हाल में नाले की सफाई कार्य पूर्ण कर लिया जाए, जिससे क्षेत्र में जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो।
जिलाधिकारी ने जल के प्रवाह के लिए बनाए गए कट्स की भी जांच की और डीएफओ महराजगंज को निर्देशित किया कि इन कट्स को और चौड़ा किया जाए, जिससे अतिरिक्त पानी आसानी से जंगल की ओर प्रवाहित हो सके।
साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नाले से निकाली गई सिल्ट को किनारे पर इकट्ठा करने के बजाय समान रूप से फैला दिया जाए, ताकि वह दोबारा नाले में वापस न जा सके।
जिलाधिकारी ने ड्रोन कैमरे की सहायता से भी महाव नाले का निरीक्षण किया और नाले के भीतर झाड़ियां आदि हटवाकर जल प्रवाह को निर्बाध बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने एसडीएम नौतनवां को नियमित पर्यवेक्षण करते हुए सिंचाई और वन विभाग के बीच समन्वय बनाए रखने और सफाई कार्य को समयबद्ध ढंग से पूर्ण कराने को कहा। साथ ही, उन्होंने दोनों विभागों को सख्त निर्देश दिए कि नाले का तटबंध किसी भी स्थिति में टूटने न पाए।
इस अवसर पर अधिशासी अभियंता सिंचाई खंड द्वितीय ने जिलाधिकारी को नक्शे पर जनपद की नदियों की अवस्थिति, महाव नाले की लंबाई, जलग्रहण क्षेत्र और अब तक हुए कार्यों की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि महाव नाले की कुल लंबाई लगभग 24 किमी है, जिसमें 15 किमी की सफाई सिंचाई विभाग तथा 9 किमी की सफाई वन विभाग द्वारा कराई जा रही है। वर्तमान में लगभग 70 प्रतिशत सफाई कार्य पूर्ण हो चुका है। यह नाला कुल 690 हेक्टेयर क्षेत्र को प्रभावित करता है और 19 ग्राम पंचायतों के लिए महत्वपूर्ण है।
जिलाधिकारी ने अंत में अधिशासी अभियंता को बाढ़ निरोधक समस्त कार्यों को शीघ्र पूरा करने और तटबंधों पर आवश्यक इंतजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने बाढ़ की दृष्टि से कार्मिकों की ड्यूटी का चार्ट तैयार करने के भी निर्देश दिए, जिससे किसी आपात स्थिति से समय रहते निपटा जा सके।