भारतीय साधु-संतों का आह्वान, धार्मिक स्थलों का करें सहयोग
मनोज कुमार त्रिपाठी
पाल्पा रिड़ी नेपाल! नेपाल के पाल्पा जिले के रिड़ी में काली गंडकी नदी के त्रिवेणी संगम पर दो दिवसीय शालीग्राम महोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन और साधु-संत मौजूद रहे।
नेपाल के पाल्पा जिले के रिड़ी में काली गंडकी नदी के त्रिवेणी संगम पर दो दिवसीय शालीग्राम महोत्सव का आयोजन किया गया। लुंबिनी प्रदेश के मुख्यमंत्री चेतनारायण आचार्य ने इसका शुभारंभ किया। इस महोत्सव में भारत व नेपाल से आए सैकड़ो श्रद्धालुओं ने काली गंडकी की तलहटी में पाए जाने वाले शालीग्राम का पूजन-अर्चन किया।
क्षेत्र को धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित किए जाने पर दो दिवसीय संगोष्ठी के माध्यम से चर्चा की गई। साधु-संतों ने धार्मिक स्थलों का सहयोग करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर लुंबिनी प्रदेश के मुख्यमंत्री चेत नारायण आचार्य ने कहा कि क्षेत्र के धार्मिक एवं सांस्कृतिक विकास के लिए लुंबिनी प्रदेश सरकार रूर धार्मिक तथा पर्यटकीय क्षेत्र के लिए योजना लागू कर रही है।
इसके तहत काली गंडकी नदी और शालीग्राम की धार्मिक महिमा और महत्व के प्रचार-प्रसार पर जोर दिया जा रहा है। इसमें सनातन धर्म से जुड़े सभी लोगों की सहयोग की आवश्यकता है।
इस मौके पर प्रदेश सरकार के मंत्री खेम सारू और धनेंद्र कार्की ने भी अपने विचार रखे। प्राचीन ऋषिकेश मंदिर एवं रुरु क्षेत्र विकास समिति अध्यक्ष परशुराम भट्टराई ने बताया कि इस महत्वपूर्ण क्षेत्र के बारे में लोगों के बीच प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
इस दौरान धर्म गुरु प्राध्यापक चैतन्य कृष्ण महाराज, डॉ. नारायण पौड़ेल, तानसेन नगर पालिका प्रमुख संतोष लाल श्रेष्ठ, लुंबिनी प्रदेश सरकार के सलाहकार राम बहादुर रावत सहित भारी संख्या में श्रद्धालु और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।