मनोज कुमार त्रिपाठी
काठमांडू नेपाल! नेपाल के पोखरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण का अध्ययन करने के लिए लोक लेखा समिति द्वारा गठित उपसमिति ने निष्कर्ष निकाला है कि हवाई अड्डे के निर्माण के दौरान बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ था।
उपसमिति के समन्वयक एमपी राजेंद्र लिंगडेन ने बताया कि निर्णय लिया गया कि प्राधिकरण को आगे के अध्ययन और दोषियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की सिफारिश की जाए, क्योंकि यह निष्कर्ष निकला है कि पोखरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अनुबंध प्रक्रिया के शुरू से ही अनियमितताएं और भ्रष्टाचार मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि पोखरा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है और भ्रष्टाचार के लिए विभिन्न नीतिगत निर्णय लिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना की अनुमानित लागत 14 अरब रुपये थी, जिसे बातचीत के माध्यम से घटाकर 22 अरब रुपये कर दिया गया।
लिंगडेन ने कहा कि अध्ययन के दौरान कर छूट और भ्रष्टाचार के माध्यम से वित्तीय अनियमितताएं पाई गईं, जिनमें निर्माण कार्यक्रमों में घटिया सामग्री का उपयोग भी शामिल है।
उपसमिति ने सुझाव दिया है कि नेपाल सरकार को हवाई अड्डे का पूर्ण निर्माण करने तथा इसे व्यावसायिक रूप से संचालित करने की पहल करनी चाहिए।