मनोज कुमार त्रिपाठी
भैरहवा नेपाल! माइती नेपाल अस्थाई गृह, भैरहवा और बेलहिया क्षेत्रीय पुलिस कार्यालय की संयुक्त पहल से बेलहिया चौकी द्वारा छह किशोरियों को बचाया गया है। भैरहवा स्थित माइती नेपाल कार्यालय ने काम के बहाने भारत के राजस्थान के जोधपुर ले जाई जा रही लड़कियों को बचाकर उनके माता-पिता को सौंप दिया है।
माइती नेपाल भैरहवा की प्रमुख माया छेत्री ने बताया कि रूपंदेही, कपिलवस्तु, गुल्मी, सिंधुली व अन्य जिलों से लड़कियों को रिश्तेदार बनने व 10 हजार भारतीय रुपये वेतन दिलाने के नाम पर भारत ले जाया जा रहा था। संदेह के कारण वे रास्ता भटक गए और भैरहवा लौट आए।
उन्होंने बताया कि 15, 17 और 18 वर्ष की लड़कियां अपने माता-पिता की सलाह पर वहां जा रही थीं, उन्हें उम्मीद थी कि उन्हें सफाई कर्मी और देख-भाल कर्ता के रूप में नौकरी मिल जाएगी। सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के जरिए हुई मुलाकातों के आधार पर लड़कियों को भारत लाने का प्रयास किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि उनके वहां पहुंचने पर राजस्थान में कोई व्यक्ति इसका ध्यान रखेगा। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने भारत से टिकट का किराया भी काटकर उसे वहां भेज दिया है। उनका कहना है कि उन्होंने यहां से लोगों को भेजने के लिए प्रति व्यक्ति 1,000 रुपये का कमीशन भी लिया।
पुलिस और मीडिया कर्मियों की मौजूदगी में लड़कियों को माइती नेपाल के अस्थायी घर ले जाकर उनके अभिभावकों को सौंप दिया गया। कार्यक्रम के दौरान मानव तस्करी और तस्करी के खिलाफ लड़ाई के बारे में जानकारी देने के लिए बातचीत भी की गई।